नई दिल्ली. देश में लोकतंत्र पर खतरा होने के राहुल गांधी के बयान पर मौजूदा विवाद पर कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने कहा कि ‘पिछले 7-8 सालों में ऐसे हालात बन रहे हैं, जिससे ये बात उठ रही है. अगर लोगों को अपनी बात रखने से भय पैदा होता है, गैर-जरूरी दवाब पैदा होता है, तो जाहिर है कि लोकतंत्र पर खतरे की बात होगी.’ पायलट ने कहा कि अगर कोई सरकार के खिलाफ बोलता है, तो वो देश के खिलाफ नही बोल रहे हैं. देश में लोकतंत्र स्वस्थ रहे, इसके लिए लोगों को खुलकर बोलना जरूरी है. सचिन पायलट ने कहा कि ‘अगर लोकतंत्र स्वस्थ नहीं रहेगा, तो पिछले कुछ समय में देश की सस्थाएं कमजोर पड़ जाएंगी.’ पायलट ने कहा कि ‘कांग्रेस खतरे में है या नहीं, ये अलग बात है. मगर लोगों का विश्वास प्रजातंत्र में हमेशा कायम रहना चाहिए. इसके लिए लगातार सावधान और सचेत रहना है. वैसे भी कई इंडेक्स मे भारत की रैंक गिरती जा रही है, फ्रीडम मे कमी आई है. इसके लिए आत्मचिंतन करना चाहिए. देश में कई सरकारें आईं हैं और आगे भी आती रहेंगी.’
सचिन पायलट ने कहा कि ‘पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में हर स्टेट में अलग रणनीति होती है. हमने मेहनत करके राजस्थान में जब चुनाव लड़ा, 5 साल मेहनत की, अंत में पार्टी ने निर्णय लिया, उसे सभी ने स्वीकार किया.’ पायलट ने कहा कि ‘आप मुझ पर ये आरोप नहीं लगा सकते कि मैंने ऐसे शब्दों का उपयोग किया, इसलिए शब्दों का चयन महत्वपूर्ण होता है. जिसने इस तरह की बात की बोली ये उससे पूछना चाहिए. हमारी संस्कृति है कि जो बड़े लोग हैं, चाहे किसी दल के हो, हमने मान-सम्मान दिया. पायलट ने कहा कि वो चाहते थे कि किसी इंसान को बुरा नहीं लगेगा.’
सबको मिलकर काम करना है
सचिन पायलट ने कहा कि ‘राजस्थान में अशोक गहलोत को CM बनाना पार्टी का फैसला था. हम सबकी इसमें सहमति थी. वैसे भी हमारे समाज मे उम्र का एक प्रीमियम होता है. राजस्थान में हर पांच साल मे सरकार बदल जाती है. जब हारते हैं तो इतना लंबा हारते हैं कि वो गैप लंबा हो जाता है.’ पायलट ने कहा कि ‘उनको हार का डर नहीं लग रहा है. लेकिन इतिहास से सीखना तो पड़ेगा. मैंने अपनी पार्टी में कुछ सुझाव दिए थे, ताकि ये पुनरावृति नहीं हो. बाकी स्टेट में कांग्रेस सरकार रिपीट हुई हैं.’ सचिन पायलट ने कहा कि ‘राजस्थान में सबको मिलकर काम करना होगा, अभी बहुत काम करने की जरूरत है.’
BJP को हराया जा सकता है
पीएम नरेंद्र मोदी को चुनाव में हराने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि ‘ऐसा क्यों नहीं हो सकता है. कौन सा ऐसा नेता है, जिसे चुनाव मे पराजित नहीं कर सकते हैं. हिमाचल मे चुनाव था, सब बड़े नेता गए, मगर वहां सरकार कांग्रेस की बनी.’ पायलट ने कहा कि ‘देश का मतदाता ये नहीं चाहता कि नेता ये सोचे कि वोट उसकी जेब में है. मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए, मुद्दे धार्मिक जज्बाती नहीं होने चाहिए.’ पायलट ने कहा कि ‘आज मंत्री खड़े होकर संसद को चलने नहीं दे रहे हैं. मंत्री बाधा डाल रहे हैं. ये सब लोग देख रहे हैं, सही समय पर लोग जवाब देंगे.’