नई दिल्ली: स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट (SBP) और अंतर्राष्ट्रीय इंटर्नशिप विश्वविद्यालय (IIU) द्वारा विश्व शिक्षा शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना है ।
दुनिया भर में शिक्षा के कल्याण में सुधार के तरीकों पर चर्चा करने के लिए विभिन्न देशों के विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया जहां 15 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के सभागार मे कार्यक्रम का आयोजन किया गया आईआईयू और एसबीपी के संस्थापक, पीयूष पंडित, अधिवक्ता जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति थी। संजीव सहगल, अतिरिक्त महाधिवक्ता – सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया और प्रोफेसर डॉ परिन सोमानी – लंदन, मिसेज यूनिवर्स मुख्य अतिथि के रूप में एंका वर्मा और अभानसे के बैंस विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
विदेश से आए प्रतिनिधि डॉ डेज़ीरी रिचर्डसन, पारुल बेगम, मिमी ब्लैंड, लेडी केंडल जग्गर और यूनाइटेड किंगडम के मिस्टर माइकल जग्गर; उत्तरी अमेरिका में प्यूर्टो रिको से वर्जीनिया रिवेरा; मेक्सिको से सेसिलिया पालोमो कैडिलो; मॉरीशस से नौशीन नूरमामोद; बोत्सवाना से ओलिवर जूनियर रामाब्या; मलेशिया से डॉ. सीमा इंग्रोले; और कोमोरोस गणराज्य के काउंसिल जनरल से डॉ. केएल गंजू। डॉ. श्याम सुंदर पाठक, लेडी सिघम किरण सेठी, मोनिका कपूर, प्रोफेसर एन.डी. माथुर, डॉ. मनीषा सिंह, सविता अरोड़ा, डॉ. स्निग्धा कदम और डॉ. अंजू सभरवाल जैसी भारत की प्रतिष्ठित हस्तियां भी इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपना संबोधन व्यक्त किया।
आयोजन के दौरान, 101 से अधिक वैश्विक शिक्षकों, शिक्षा-नेताओं, प्रधानाध्यापकों, निदेशकों, चेंजमेकर्स, महिलाओं और प्रभावशाली व्यक्तित्वों को शिक्षा क्षेत्र और समाज के प्रति उनके सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। शिखर सम्मेलन ने भारत शिखा सम्मान, प्रेरक महिला पुरस्कार, अंतर्राष्ट्रीय इन्फ्लुएंसर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ वैश्विक शैक्षिक संस्थान पुरस्कार जैसे पुरस्कारों के माध्यम से उत्कृष्ट व्यक्तियों को भी मान्यता दी।
यह आयोजन IIU के संस्थापक पीयूष पंडित की अध्यक्षता में संपन्न हुई। पीयूष ने कहा दुनिया भर में किसी भी बच्चे को शिक्षा से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, IIU का प्रयास है की जरूरतमंद बच्चों को डिजिटल तरीके से शिक्षा प्रदान करने की मुहिम चलाई जा रहीं है जो ग्रामीण इलाको में भी बड़े स्तर पर चलाया जायेगा। दुनिया भर से आए प्रतिष्ठित शिक्षाविदों ने विश्व शिक्षा नीति पर चर्चा की यह रोजगार के वैश्वीकरण की बदलती गतिशीलता पर प्रकाश डालते हुए ‘वन वर्ल्ड, वन फाउंडेशन एंड वन एजुकेशन’ की अवधारणा का प्रस्ताव करता है।
(IIU) के संस्थापक पीयूष पंडित ने इस मंच के माध्यम से भारत सरकार से आग्रह किया है कि IIU को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के साथ एक डिजिटल विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता दे।