स्पेस प्रहरी संवाददाता, Dated : 16.12.2023
शहर। जिला महिला में इन दिनों एक लिफ्ट संचालित होने से रोगियों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में दो लिफ्ट रोगियों और तीमारदारों के लिए लगाई गई लेकिन एक ही लिफ्ट संचालित होने से मरीजों के साथ परिजनों को काफी इंतजार के बाद अन्य मंजिलों पर जाना पड़ रहा है। वहीं, मरीजों के तीमारदारों जल्दबाजी में सीढ़ियों का भी सहारा लेने को मजबूर हो रहे हैं। मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से लिफ्ट सही होने के दावे किए जा रहे हैं।
सरकारी अस्पताल की हालात की बात करें तो यहां पर मेडिकल कॉलेज निर्माण का कार्य तेजी के साथ चल रहा लेकिन हालत सुधरने का नाम नहीं ले रहा हैं। कुछ ऐसा ही मामला महिला जिला अस्पताल से जुड़ा है। जहां पर दो लिफ्ट होने के बाद भी एक लिफ्ट रोगियों के लिए संचालित हो रही हैं। एक लिफ्ट शुरु होने से रोगियों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। वहीं, दूसरी लिफ्ट पूरी तरह रोगियों के बंद रखी गई है। जबकि अस्पताल में रोगियों के साथ आने वाले तीमारदारों को जल्दबाजी में सीढ़ियों का सहारा ही लेना पड़ रहा है। जबकि अस्पताल चार मंजिल के रूप में संचालित हुआ पड़ा है। इस कारण सभी अस्पतालों के सभी मंजिलों पर जाने के लिए रोगियों को सीढ़ियों से आने को मजबूर होना पड़ा है। वहीं, मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से दोनों लिफ्ट संचालित होने की बात कहीं जा रही है। दावों के विपरीत एक लिफ्ट ही रोगियों के लिए चालू अवस्था में नजर आ रही हैं। इस कारण उनको काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
————-
दोनों लिफ्ट पूरी तरीके से संचालित हो पड़ी है। लेकिन मरीजों के तादाद ज्यादा होने पर ही दोनों लिफ्ट को पूरी तरह से शुरु कर दिया जाता है। अगर कहीं मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उसे भी दिखाकर उसको ठीक कराया जाएगा
– डॉ मनीष जिंदल, प्राचार्य जिला महिला अस्पताल