SPN NEWS. Dated : 17.07.2023

उज्जैन। सावन-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में विश्व प्रसिद्ध
ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की सावन माह की दूसरी सवारी आज (सोमवार) शाम को धूमधाम से
निकाली जाएगी।
बाबा महाकाल नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। इस दौरान भगवान दो स्वरूपों में अपने
भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान महाकालेश्वर चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी में और हाथी पर मनमहेश के
रूप में विराजित होकर नगर का भ्रमण करेंगे।

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि बाबा
महाकाल की सवारी शाम 4:00 बजे महाकालेश्वर मंदिर से रवाना होगी। सवारी निकलने के पूर्व
महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान महाकाल का विधिवत पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद
भगवान चंद्रमौलेश्वर को पालकी में पालकी में और भगवान मनमहेश को हाथी पर विराजित कर नगर
भ्रमण के लिए रवाना करेंगे।
उन्होंने बताया कि सवारी के मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचने पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा
पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा,
गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां क्षिप्रा नदी के जल से
भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला,
कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर,
पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
दर्शन की नई व्यवस्थाः महाकालेश्वर मंदिर में आज सोमवती हरियाली अमावस्या महापर्व पर नई दर्शन
व्यवस्था लागू की गई है। दर्शनार्थियों को तीन द्वार चारधाम, बड़ा गणेश व प्रशासनिक कार्यालय के
सामने स्थित द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सोमवती
महापर्व पर महाकाल मंदिर में लाखों की संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है। उनके लिए सुगम
दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। रामघाट व सोमतीर्थ की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों को
हरसिद्धि चौराहा से बड़े गणेश के रास्ते मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
इंदौर रोड, रेलवे स्टेशन, देवास गेट व नानाखेड़ा बस स्टैंड की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को चारधाम
मंदिर के सामने से श्री महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि महाकाल व पुराने शहर से आने वाले भक्त महाकाल मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के
सामने से मनसरोवर फैसिलिटी सेंटर पहुंचेंगे। महाकाल दर्शन के बाद सभी ओर से आने वाले भक्तों का
निर्गम निर्माल्य द्वार से होगा। यहां से दर्शनार्थी जिस रास्ते मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर आए थे, उसी
रास्ते वापस लौटेंगे। हर रास्ते पर जूता स्टैंड सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

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