ब्यूरो डा योगेश कौशिक बागपत: आपसी विश्वास में कमी, स्वयं को स्वतंत्र इकाई मानने, एक दूसरे पर संदेह, स्वयं के आत्मसम्मान को ठेस, खर्चे के लिए अपेक्षित धन न देना और ” वो” जैसी समस्याओं से ग्रस्त परिवारों में आई दरार को पाटने में महिला थाना प्रभारी मधु ठाकुर को करनी पडी भारी मशक्कत , उसी का परिणाम है कि, अलग – अलग रह रहे दंपतियों में से 36 को फिर एक बार साथ साथ रहने के लिए राजी किया |

महिला थाना प्रभारी मधु ठाकुर के अनुसार ज्यादातर समस्याएं उन एकल परिवारों में आती हैं, जहां बडे बुजुर्गों की सलाह और दिशा निर्देशन की अनदेखी कर दी जाती है | उन्होंने बताया कि, शुरू शुरू में काउंसिलिंग के दौरान पति अथवा पत्नी एक दूसरे के प्रति ताना, उलाहना, आक्रोश, ईर्ष्या और घृणा तक का भाव लिए रहते हैं, किन्तु इस सबके बावजूद लगातार सुनवाई करते रहने और उनके द्वारा किए गए प्रयास सकारात्मक दिशा में आगे बढते हैं, जिसका परिणाम है कि, गत माह में 36 परिवारों को मिलाया जा सका |

थाना प्रभारी मधु ठाकुर ने बताया कि, बड़े बड़े बच्चों के माता पिता के रूप में आए दंपति भी अलगाव के शिकार हो जाते हैं, किंतु ऐसे दंपति को बच्चों के भविष्य की खातिर किसी एक को पीछे हटने अथवा की गई गलतियों को नजरअंदाज करने की सीख पर भी परिवारों को मिलाने में उन्हें सफलता मिली है | बताया कि, जुदा होने की कगार पर फिर से एक हुए दंपति जब खुशी से अपने घर जाने को तैयार हो जाते हैं तो, उन्हें असीम आनंद की अनुभूति होती है |

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