अरविंद केजरीवाल 2015 में मुख्यमंत्री बनने के बाद सिविल लाइंस वाले इस आवास में रह रहे हैं. भाजपा ने आरोप लगाया कि राजनीति में ईमानदारी एवं सादगी को बढ़ावा देने का दावा करने वाले केजरीवाल ने ‘भ्रष्टाचार का महल’ खड़ा कर लिया

नई दिल्‍ली: अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर विवाद और गहरा गया है. मीडिया के हाथ लगे दस्तावेज बताते हैं कि दिल्ली मुख्यमंत्री के निवास का विस्तार करने की योजना है. फ्लैगस्टाफ रोड पर सीएम हाउस के पड़ोस के कुछ सरकारी घरों को खाली कराया गया और तोड़ा गया है. कुछ अन्य घरों को तोड़ने की तैयारी है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि सीएम केजरीवाल के बंगले के परिसर को विस्तारित किया जा सके. भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्‍यमंत्री केजरीवाल के आधिकारिक निवास के रेनोवेशन के लिए 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. वहीं, आप आदमी पार्टी ने इसे मुख्‍य मुद्दों से ध्‍यान भटकाने की रणनीति करार दिया है.

दस्‍तावेजों के मुताबिक, 8 फ्लैगस्टाफ रोड के दो बंगलों और पास के 45 राजपुर रोड के 8 फ्लैट को खाली कराया गया है. इसके पीछे सोच यह है कि पूरे फ्लैगस्टाफ रोड को राजपुर रोड (भीखूराम जैन मार्ग) तक विस्तारित किया जाए.  इस तरह मुख्यमंत्री का आवास परिसर विकसित किया जाए, ठीक वैसे ही जैसे लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री का आवास है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी निवास के विस्तार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. 

मुख्यमंत्री निवास के विस्तारीकरण की कोई योजना नहीं
वहीं, आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री निवास के विस्तारीकरण की कोई योजना नहीं है. पीडब्‍ल्‍यूडी के जिन दस्तावेजों को दिखा कर ऐसा दावा किया जा रहा है, उनमें यह कहीं नहीं लिखा कि मुख्यमंत्री आवास का विस्तार किया जाएगा. दिल्ली सरकार अपने अधिकारियों के लिए 5 जगह रेजिडेंशियल काम्प्लेक्स का पुनर्निमाण कर रही है. जैसे किदवई नगर में केंद्र सरकार ने केंद्र के अधिकारियों के लिए किया है. इन सभी जगहों पर सरकारी निवास को खाली करवाया जा रहा है और सभी जगह टाइप 4, 5 और 6 फ्लैट/मकान बनेंगे.

भाजपा ने केजरीवाल के बंगले के ‘सौंदर्यीकरण’ पर हुए खर्च को लेकर किया प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अपने सरकारी आवास के ‘सौंदर्यीकरण’ पर करोड़ों रुपये खर्च करने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को उनके निवास के समीप प्रदर्शन किया. भाजपा ने केजरीवाल पर 2020-2022 के दौरान यहां सिविल लाइंस क्षेत्र में सरकारी आवास ‘छह फ्लैगस्टाफ रोड’ की मरम्मत पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया है. एक हवेली की प्रतिकृति लिये प्रदर्शनकारियों ने रिंग रोड पर चंडीग्राम अखाड़ा से दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक मार्च निकाला.

आप का पलटवार 
भाजपा पर पलटवार करते हुए आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि वह महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान बांटने का प्रयास कर रही है. सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस आवास में रहते हैं वह वर्ष 1942 में बनाया गया था और अब तक तीन बार उसकी छत टूट चुकी है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के बाद लोक निर्माण विभाग ने नया मकान बनाने का सुझाव दिया था. उन्होंने दावा किया कि नये मकान के निर्माण पर 30 करोड़ रुपये खर्च किये गये.

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