एंबुलेंस कर्मियों ने कराया सुरक्षित प्रसव 

  • प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा को सुरक्षित अस्पताल में पहुंचाया 
     
     
    बुलंदशहर। जनपद में एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका बखूबी निभाई। अस्पताल जा रही गर्भवती को रास्ते में प्रसव पीड़ा होने पर स्टाफ ने एंबुलेस में ही प्रसव कराया। प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। प्रसूता सहित नवजात को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.विनय कुमार सिंह ने कहा- एंबुलेंस सेवा जनपद के लोगों के लिए मददगार साबित हो रही है।
    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- शुक्रवार की सुबह तड़के जनपद के पहासू ब्लाक के गांव नगला जगत निवासी कन्हैया लाल ने अपनी पत्नी प्रियंका देवी को प्रसव पीड़ा होने की सूचना स्वास्थ्य विभाग के एम्बुलेंस हेल्पलाइन नम्बर 102 पर दी। सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस गर्भवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहासू ले जा रही थी कि रास्ते में ही गर्भवती को प्रसव पीड़ा तेज हो गई। उसी समय एंबुलेंस कर्मियों ने बिना समय गवाएं एम्बुलेंस को सड़क किनारे रोककर प्रसव कराया। प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। महिला के पति कन्हैया लाल ने बताया ईएमटी दुर्गपाल, पायलट  नरेश और आशा कार्यकर्ता प्रवेश देवी के सहयोग से एम्बुलेंस में ही प्रसव हुआ। सीएमओ ने एम्बुलेंस कर्मियों के कार्य की सराहना की है। 
    पहासू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. मनोज कुमार ने बताया गर्भवती को प्रसव के लिए एंबुलेंस से ही ले जाना चाहिए। एंबुलेंस कर्मचारी प्रसव कराने या अन्य इमरजेंसी के लिए प्रशिक्षित होते हैं। इसके साथ ही एंबुलेंस में डिलीवरी किट भी उपलब्ध रहती है, जिससे एमरजेंसी की स्थिति में जच्चा और बच्चा दोनों की जान बच जाती है। उन्होंने बताया ऐसा कई बार हो चुका है कि अस्पताल जाते समय गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, जिसके बाद एंबुलेंस में ही प्रसव करना पड़ा है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए समय समय पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है और वह सीधे वरिष्ठ चिकित्सकों के संपर्क में रहते हैं। जरूरत पड़ने पर वह उनसे मार्गदर्शन भी लेते हैं।
     
    डायल करें 102
     
    मातृ शिशु मृत्यु दर पर अंकुश के लिए सरकार प्रदेश भर में 102 एंबुलेंस सेवा चला रही है। एम्बुलेंस 102 सेवा गर्भवती और दो वर्ष तक के बच्चों के लिए है। यह सेवा अस्पताल में भर्ती कराने और इलाज पूरा होने पर वापस घर छोड़ने के लिए है। आमजन कभी भी सरकार की ओर से संचालित इस सुविधा का लाभ ले सकता है।
     
    24 घंटे उपलब्ध रहती है सेवा
     
    जिला प्रोग्राम मैनेजर योगेंद्र कुमार ने बताया उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से संचालित एंबुलेंस सेवा जच्चा बच्चा दोनों के लिए सुरक्षित है। प्रदेश सरकार की ओर से  एंबुलेंस सेवा का प्रावधान है। यह किसी भी सरकारी अस्पताल जाने के लिए 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध है। जरूरत पड़ने पर लोग किसी भी समय 102 और 108 नंबर पर काल कर सकते हैं। 
     
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