WPI Inflation Drops To 1.34% : खुदरा महंगाई के बाद देश में थोक महंगाई दर में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. मार्च महीने में ये 1.34 फीसदी पर आ गई, इससे पहले फरवरी महीने में ये 25 महीने के निचले स्तर पर 3.85 फीसदी पर पहुंची थी. थोक महंगाई दर में लगातार 10वें महीने कमी आई है.

महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर आम आदमी के लिए सोमवार को एक राहत भरी खबर आई है. देश में रिटेल महंगाई के बाद अब होल-सेल महंगाई दर (WPI Inflation Rate) में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, WPI मुद्रास्फीति मार्च 2023 में गिरकर 1.24 फीसदी पर आ गई है. इससे पिछले महीने फरवरी में ये 3.85 रही थी.

WPI में गिरावट की प्रमुख वजह

केंद्र सरकार के मुताबिक, मार्च महीने में होल-सेल महंगाई की दर में आई इस बड़ी गिरावट की प्रमुख वजह बुनियादी धातुओं, खाद्य पदार्थों, कपड़ों, गैर-खाद्य पदार्थों, खनिजों, रबर और प्लास्टिक उत्पादों समेत कच्चे पेट्रोलियम पदार्थ और प्राकृतिक गैस, कागज और कागज उत्पादों की कीमतों में कमी आने के चलते देखने को मिली है.

थोक महंगाई में लगातार 10वें महीने गिरावट

बीते महीने खाद्य महंगाई दर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई और ये आंकड़ा गिरकर 2.30 फीसदी पर पहुंच गया है. इससे पिछले महीने फरवरी 2023 में में खाद्य सूचकांक मुद्रास्फीति 2.76 फीसदी रही थी. वहीं जनवरी ये आंकड़ा 2.95 फीसदी था. गौरतलब है कि मार्च महीने में होल-सेल महंगाई दर में आई ये कमी WPI आधारित मुद्रास्फी में गिरावट का लगातार 10वां महीना है.

29 महीने के निचले स्तर पर पहुंची WPI दर

सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो के मुताबिक, फरवरी महीने में थोक महंगाई दर घटकर 25 महीने के निचले स्तर 3.85 पर पहुंच गई थी. इसमें ये कमी विनिर्मित वस्तुओं, ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी के चलते देखने को मिली थी. वहीं मार्च महीने में सामने आया थोक महंगाई दर का आंकड़ा बीते 29 महीने में सबसे कम है.

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