लखनऊ: मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुधीर गोयल और अन्य से संबंधित एक मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत बुलंदशहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में 11 परिसरों में तलाशी अभियान चलाया।ईडी ने सुधीर कुमार गोयल, उनकी पत्नी और अन्य सहयोगियों के खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा दर्ज 18 एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की और वह एक सूचीबद्ध भू-माफिया हैं। उस पर बुलंदशहर के कोतवाली देहात से गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।

ईडी की जांच से पता चला कि एक कॉलोनाइजर, जिसका नाम सुधीर गोयल है, ने बुलंदशहर शहर और बाहरी इलाके में कृषि भूमि को परिवर्तित किए बिना या वैधानिक अधिकारियों से आवश्यक मंजूरी लिए बिना उसके द्वारा विकसित की गई अवैध कॉलोनियों में फर्जी तरीके से भूखंड बेचकर निर्दोष निवेशकों को धोखा दिया। घोटाले में शामिल रकम 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है।सुधीर गोयल के साथ उनकी पत्नी राखी गोयल और अन्य तीन सहयोगी आलोक कुमार उर्फ जग्गा, जय सिंह और जेपी सिंह को यूपी पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और फिलहाल जेल में हैं।इसी सन्दर्भ में ईडी ने मंगलवार को सुधीर के करीबियों के ठिकानों पर सघन तलाशी ली जिसके बाद उक्त अभियान के दौरान व्यापारी नेता नीरज जिंदल, सामाजिक संस्था के पदाधिकारी व सुधीर की बहन के यहाँ से अपराध से संबंधित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, कई बिक्री/खरीद समझौते, साझेदारी कार्य, निर्दोष निवेशकों द्वारा धोखाधड़ी की शिकायतों के अनुरूप कागज व नगद राशि व विभिन्न बैंक खातों के विवरण पाए गए जिन्हे ईडी द्वारा जब्त कर लिए गए।
इसके अलावा, आरोपी व्यक्तियों के विभिन्न बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए हैं। नाम ना छापने की शर्त पर दो दिनों से चुप्पी साधे हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी बुधवार की सुबह 7 बजे बुलंदशहर से वापिस रवाना हुई हैं जो नॉएडा स्थित ऑफिस में गहन पूछताछ हेतु 2 महिलाओ को जनपद से ले गयी हैं, अभी सुधीर के अन्य करीबियों पर आगे की जांच जारी है, वह भी रडार पर कभी भी आ सकते हैं।