नोएडा निवासी सपा नेता दिनेश कुमार सिंह उर्फ दिनेश सिंह गुर्जर बहुचर्चित बाइकबोट घोटाले में आरोपितों को ईडी की जांच से बचाने का झांसा देकर वसूली कर रहा था। ईडी ने करोड़ों रुपये की धनउगाही के मामले में दिनेश गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है।
दिनेश ईडी के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय के अधिकारियों का नाम लेकर आरोपितों को जांच में उनकी चल-अचल संपत्तियों को बचवाने का भी झांसा देता था। इसकी शिकायत मिलने पर ईडी ने जांच शुरू की थी। ईडी ने एक दिन पूर्व में नाेएडा स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।
सूत्रोंं का कहना है कि दिनेश गुर्जर नोएडा की जेपी ग्रीन सोसाइटी से पकड़ा गया। दिनेश गुर्जर के ठिकानों से ईडी ने कई अहम दस्तावेज बरामद किए हैं। उसके विरुद्ध साक्ष्य भी जुटाए हैं। ईडी उसकी संपत्तियों की भी जांच करेगा।
ईडी अधिकारियों के अनुसार पूछताछ में दिनेश गुर्जर ने खुद को सपा का प्रदेश सचिव व अखिल भारतीय गुर्जर महासभा का प्रांतीय अध्यक्ष बताया है। उसके कुछ करीबियों की भी तलाश की जा रही है। कई बैंक खातों की भी पड़ताल हो रही है।
बाइकबोट घोटाले में निवेशकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर उनके लगभग 1665 करोड़ रुपये हड़पे गए हैं। नोएडा निवासी बसपा नेता संजय भाटी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी के माध्यम से पोंजी स्कीम शुरू की थी आैर निवेशकों की रकम लेकर भाग निकला था।
निवेशकों ने गौतमबुद्धनगर व लखनऊ समेत अन्य जिलों में संजय भाटी व अन्य संचालकों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कराए थे। शासन ने मामले की जांच ईओडब्ल्यू काे सौंपी थी। कुछ मुकदमों की जांच सीबीआइ ने भी की थी। पुलिस ने संजय भाटी व अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया था। कई की तलाश की जा रही है। संजय भाटी की पत्नी दीप्ती विदेश भाग निकली थी और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है।