tiger protection

संयुक्त राष्ट्र, 31 जुलाई । संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने कहा है कि भारत में बाघों की आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि एक अच्छा संकेत है। यह सभी प्रजातियों, विशेष रूप से विलुप्तप्राय जीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य को पूरा करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अखिल भारतीय बाघ आकलन रिपोर्ट 2018 जारी करते हुए कहा था कि भारत दुनिया में बाघों के लिए सबसे बड़े और सुरक्षित पर्यावासों में से एक के तौर पर उभरा है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बाघों की आबादी 2006 में 1,411 थी, जो बढ़कर 2019 में 2,967 हो गई है। गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा सतत विकास का लक्ष्य है जो जैव विविधता और सभी प्रजातियों, विशेष रूप से विलुप्तप्राय जीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करता है। इसलिए, अगर विलुप्तप्राय प्रजातियों को वास्तव में संरक्षित किया जा रहा है, तो यह सदैव एक अच्छा संकेत है।’’

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