मुंबई । कमजोर वैश्विक रुख के बीच बैंकिंग और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा और सेंसेक्स 587 अंक और टूट गया। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने सरकार की ओर से किसी तरह के प्रोत्साहन पैकेज से इनकार किया है। इससे भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 587.44 अंक यानी 1.59 प्रतिशत के नुकसान से 36,472.93 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 36,391.35 अंक से 37,087.58 अंक के दायरे में रहा। व्यापक आधार वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 177.35 अंक यानी 1.62 प्रतिशत के नुकसान से 10,741.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,718.30 अंक के निचले स्तर तक भी गया। इसने 10,908.25 अंक का उच्चस्तर भी छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में येस बैंक के शेयर में सबसे अधिक 13.91 प्रतिशत की गिरावट आई। वेदांता, बजाज फाइनेंस और टाटा मोटर्स के शेयर 7.76 प्रतिशत तक नीचे आए। इनके अलावा ओएनजीसी, हीरो मोटोकॉर्प, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी नुकसान रहा। वहीं दूसरी ओर टेक महिंद्रा, टीसीएस, हिंद यूनिलीवर और एचसीएल टेक के शेयरों में 1.57 प्रतिशत तक का लाभ रहा। कारोबारियों ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार के बयान से स्पष्ट पता चलता है कि अर्थव्यवस्था के लिए प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाएगा। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और जापान का निक्की लाभ में रहे। हांगकांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नुकसान में चल रहे थे। इस बीच, बृहस्पतिवार को कारोबार के दौरान रुपया 33 पैसे के नुकसान के साथ 71.88 प्रति डॉलर पर चल रहा था। वहीं, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.65 प्रतिशत बढ़त के साथ 60.69 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।