मुंबई, 30 जुलाई। कंपनियों के तिमाही परिणाम हल्का रहने तथा वाहन क्षेत्र को लेकर चिंताओं के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 289 अंक से अधिक लुढ़क गया। बैंक, वाहन और तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली के कारण शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी करीब 104 अंक की गिरावट के साथ 11,085 अंक पर बंद हुआ। यह सूचकांक का करीब पांच महीने का न्यूनतम स्तर है। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स बढ़त के साथ 37,735.54 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान ऊंचे में 37,950.21 और नीचे में 37,359.03 अंक तक गया। कारोबार के अंत में इसमें गिरावट आयी और अंतत: 289.13 अंक यानी 0.77 प्रतिशत टूटकर 37,397.24 अंक पर बंद हुआ। पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी भी 103.80 अंक यानी 0.93 प्रतिशत टूटकर 11,085.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11,267.45 से 11,072.65 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के शेयरों में येस बैंक को सर्वाधिक 9.13 प्रतिशत का नुकसान हुआ। उसके बाद क्रमश: इंडसइंड बैंक (6.6 प्रतिशत), हीरो मोटो कार्प (6.01 प्रतिशत), सन फार्म (4.79 प्रतिशत) और भारतीय स्टेट बैंक (4.70 प्रतिशत) का स्थान रहा। नुकसान में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में टाटा स्टील, वेदांता, टाटा मोटर्स, रिलायंस, एक्सिस बैंक, ओएनजीसी, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ भारती एयरटेल को सर्वाधिक 3.19 प्रतिशत का लाभ हुआ। इसके अलावा टीसीएस (2.32 प्रतिशत), एचसीएल टेक (0.83 प्रतिशत), आईटीसी (0.49 प्रतिशत), एचडीएफसी बैंक (0.39 प्रतिशत), एल एंड टी (0.36 प्रतिशत), एचयूएल (0.19 प्रतिशत), इन्फोसिस (0.16 प्रतिशत) तथा एनटीपीसी (0.08 प्रतिशत) में तेजी दर्ज की गयी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बिकवाली का दायरा बड़ा रहने से गिरावट आयी। अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता, अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति, अमेरिका के रोजगार के आंकड़े तथा घरेलू स्तर पर कंपनियों के मिले-जुले तिमाही परिणाम से पहले निवेशक थोड़े सतर्क दिखे…।’’ उन्होंने कहा कि वाहन क्षेत्र को लेकर कमजोर परिदृश्य का भी बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा है। बाजार से पूंजी निकासी जारी रहने से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। शेयर बाजारों के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 704.42 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वैश्विक बाजारों में एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंग सेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कोस्पी बढ़त के साथ बंद हुए। अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता तथा फेडरल रिजर्व की नीति से पहले बाजारों में तेजी आयी। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में स्थिर रुख देखने को मिला।

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