नई दिल्ली, 27 जुलाई । तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने शनिवार को कहा कि उन्होंने सीबीआई को सूचित किया है कि वह सात अगस्त को संसद सत्र संपन्न होने के बाद एजेंसी के समक्ष पेश होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें डराया-धमकाया नहीं जा सकता। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राज्यसभा सदस्य को सारदा पोंजी घोटाला मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि ओ’ब्रायन से तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के खातों में हुए कुछ वित्तीय लेन-देन के बारे में पूछताछ की जा सकती है। ओ’ब्रायन पार्टी के आधिकारिक समाचारपत्र के प्रकाशक हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘पूर्व में, जब संसद का सत्र चल रहा था तो मुझे नोटिस भेजा गया था। मैंने सीबीआई को तत्काल लिखा और बताया कि क्योंकि संसद सत्र चल रहा है, इसलिए मैं सत्र संपन्न होने के बाद पेश हूंगा।’’ सांसद ने कहा, ‘‘हालांकि, जब मुझे सीबीआई से मिलना था तो उससे एक दिन पहले उन्होंने मुझे सूचित किया कि मुझे मिलने की जरूरत नहीं है। मैंने इसकी पुन: पुष्टि करते हुए उनको एक पत्र भी भेजा।’’ सीबीआई गिरफ्तार बंगाली फिल्म निर्माता श्रीकांत मोहता के घोटाले में आरोपी कंपनी ‘रोज वैली’ के प्रमोटरों के साथ संबंधों की जांच कर रही है। मोहता ने कथित तौर पर ‘रोज वैली’ के प्रमोटरों के साथ 25 करोड़ रुपये का सौदा किया था और संदेह है कि इस धन का एक हिस्सा ‘जागो बांग्ला’ के खाते में गया। ओ’ब्रायन ने कहा, ‘‘फरवरी से मुझे उनकी ओर से कोई सूचना नहीं मिली। अब, इस संसद सत्र के दौरान मुझे एक नोटिस दिया गया और एक अगस्त को उनके समक्ष पेश होने को कहा गया है। मैंने उन्हें एक पत्र भेजा है और कहा है कि मैं उनसे सात अगस्त को संसद सत्र संपन्न होने के बाद मिलूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह भी कहना चाहता हूं कि मुझे डराया-धमकाया नहीं जा सकता। फरवरी में संसद सत्र संपन्न होने पर मैं सीबीआई के समक्ष पेश होने पर सहमत हो गया था, लेकिन सीबीआई ने मुझसे न मिलने का विकल्प चुना। इस बार भी मैं उनसे मिलने को तैयार हूं।’’ अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई तृणमूल नेता से पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी की अनेक पेंटिंगों की बिक्री के संबंध में भी पूछताछ कर सकती है जो सारदा पोंजी घोटाला मामले से जुड़ी कई कंपनियों के मालिकों ने कथित तौर पर एक बड़ी कीमत पर खरीदीं। उन्होंने बताया कि लाखों रुपये मूल्य की इस तरह की कई पेंटिंग एजेंसी ने जब्त की हैं। ओ’ब्रायन ने शुक्रवार को एक ट्वीट में आरोप लगाया था कि सीबीआई ने उन्हें नोटिस इसलिए भेजा क्योंकि उनकी पार्टी ने संसद में सूचना के अधिकार कानून में संशोधन का विरोध किया था।