स्पेस प्रहरी संवाददाता
परीक्षितगढ़- दीपक त्यागी हत्या कांड के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है दीपक हत्या कांड पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है पुलिस मौजदूगी में ग्राम खजूरी सोना संपर्क मार्ग पर परीक्षितगढ़ , मवाना सफाई कर्मी नाला का पानी निकालकर दीपक का सिर की तलाश करने में जुटे हुए है । मृतक के आवास पर भाजपा नेता बलराज डंगूर ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए शीघ्र ही घटना का राजपाश करने की पुलिस प्रशासन से मांग की ।
चार दिन पूर्व ग्राम खजूरी निवासी धीरेंद्र त्यागी के पुत्र दीपक त्यागी की नृशंश हत्या कर दी गई थी । हत्या के बाद हत्यारोपि उसकी सिर को घारधार औजार से काटकर अपने साथ ले गए हैं पुलिस के उच्च अधिकारियों के गुहार लगने पर परिजनो ने बिना गर्दन के दीपक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है । वही घटना के खुलासे के लिए एसओजी काइमब्रांच , साईबर सैल आदि टीम गठित है लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त बना हुआ है । पुलिस ने शुक्रवार को मृतक दीपक की गर्दन की तलाश में परीक्षितगढ़ नगर पंचायत व मवाना नगर पालिका सफाई कर्मी द्वारा ग्राम खजूरी सोना संपर्क मार्ग पर सेप्टीक टैंक मशीन द्वारा नाला में फाइप डालकर पानी बहार निकालकर सर्च अभियान चला रही है । वहीं गांव के लोगों की भीड़ एकत्रित बनी हुई है तथा मृतक के परिजन दीपक के सिर मिलने की आस लगाए हुए है । सच अभियान से कुछ दूरी पर खेत में एक पेड़ के नीचे खूने के धब्बे के निशान पड़े मिलने पर पुलिस नाला में सिर होने की आशंका जता रही है । वहीं पुलिस को दीपक हत्या कांड का खुलासा सिर दर्द बना हुआ है । इस मामले की खुद एसएसपी रोहित संजवाण पल पल की खबर ले रहे है तथा गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर रखा है । भाजपा नेता बलराज डंगूर ने मृतक के आवास पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि जिस तरह से हत्यारों ने दीपक की हत्या कर उसकी गर्दन काट कर अपने साथ ले गए है । यह बहुत जघन्य अपराध है । पुलिस को ऐसे हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए वही बलराज डूंगर ने इस घटना को तालिवानी बताया । पुलिस प्रशासन से घटना के खुलासे वह परिवार की आर्थिक सहायता की शासन से मांग की है ।
घटनास्थल से 100 मीटर तक मिले थे खून के धब्बे
दीपक की हत्या के बाद जब पुलिस घटनास्थ पर पंहुंची थी । तो पुलिस को सोना खजूरी मार्ग पर खून के धब्बे मिले थे । वही २०० मीटर दूरी से खून के धब्बे के निशान गायब हो गए थे । अगर पुलिस घटना के दिन खून के धब्बो के निशान से आरोपियों का पीछा करती तो पुलिस को दीपक के सिर मिल सकता था । लेकिन पुलिस ने इस और कोई ध्यान नही दिया और आनन फानन में दीपक के शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया था ।