नई दिल्ली । नीदरलैंड की रॉयल डच शेल की स्थानीय इकाई शेल इंडिया मंगलवार को देश में शहर गैस कारोबार से बाहर हो गयी। कंपनी ने महानगर गैस लि. में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी 770 करोड़ रुपये में बेच दी है। शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार शेल की पूर्ण अनुषंगी इकाई बीजी एशिया पैसेफिक होल्डिंग्स (बीजीएपीएच) ने कंपनी के 99.8 लाख शेयर 780 रुपये प्रति इक्विटी के भाव पर थोक सौदे में बेचे। महानगर गैस लि. (एमजीएल) में गेल इंडिया लि. की बहुसंख्यक हिस्सेदारी है। एमजीएल मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में वाहन कंपनियों को सीएनजी (कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) और घरों में पाइप के जरिये रसोई गैस बेचती है। एमजीएल जब जुलाई 2016 में सूचीबद्ध हुई थी, शेल और गेल दोनों कंपनी में 32.5-32.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। पिछले साल शेल ने दो किस्तों में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी। महाराष्ट्र सरकार की एमजीएल में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि शेष हिस्सेदारी लोगों के पास है। गेल के पहले इनकार के अधिकार को छोड़ने के बाद शेल ने खुले बाजार में हिस्सेदारी बेची। गेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे पास पहले से नियंत्रणकारी हिस्सेदारी है। बाजार भाव पर अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने का क्या मतलब होता?