नई दिल्ली, सरकार ने बुधवार को संसद के वर्तमान सत्र को आगे बढ़ाने का फिर संकेत दिया। इस बारे में एक प्रश्न के जवाब में सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि विपक्ष हमेशा से यह मांग करता रहा है कि संसद की बैठक के दिन अधिक होने चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल हमेशा चाहते थे कि संसद की बैठक वर्ष में 100 दिन होना चाहिए। जावड़ेकर बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बारे जानकारी देने के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘ अब हम यह करने जा रहे हैं। ’’ आरटीआई संशोधन विधेयक समेत सात विधेयकों को प्रवर समिति को भेजे जाने की राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उच्च सदन का मकसद विधेयकों को रोकना नहीं बल्कि चर्चा करना है। जावड़ेकर ने कहा कि अगर सत्र बढ़ाया जाता है तब सदस्य विभिन्न विषयों पर बात रख पायेंगे। समझा जाता है कि भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में भाजपा अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि विधायी कार्य पूरा करने के लिये सत्र को बढ़ाया जा सकता है। ’’ विपक्षी दलों ने इस बारे में अपनी असहमति से सरकार को अवगत करा दिया है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक के सुरेश ने कहा कि उनकी पार्टी सत्र की अवधि बढ़ाये जाने के खिलाफ है।