लखनऊ: शूटर वर्तिका सिंह ने तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद कांधलवी की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 51,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में वर्तिका ने सरकार से कहा है कि वह राजद्रोह के लिए मौलवी पर मामला दर्ज करें क्योंकि उसने कोरोना संकट के बीच तबलीगी जमात की बैठक की मेजबानी करके लाखों लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा, “तबलीगी जमात प्रमुख ने देश को संकट में डाल दिया है। तबलीगी जमात बैठक के कारण देश में कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ गई है। इस आदमी को बिना किसी देरी के गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मैंने इनाम की घोषणा की है ताकि लोग उसके ठिकाने के बारे में जानकारी देने आगे आएं।” वर्तिका का पहले भी विवादों से नाता रहा है। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खून से पत्र लिखकर मांग की थी कि निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले में दोषी ठहराए गए चारों लोगों को एक महिला द्वारा मारा जाए।
इससे पहले सितंबर 2019 में बाबरी मामले के वादी इकबाल अंसारी ने आरोप लगाया कि उनके घर पर वर्तिका सिंह ने हमला किया था। अंसारी ने अयोध्या में संवाददाताओं से कहा था, “वह मेरे घर आई और अपना परिचय देने के बाद कहा कि वह मुझसे बात करना चाहती है। उसके साथ एक पुरुष भी था। मैंने उन्हें अंदर आने दिया, फिर उन्होंने ट्रिपल तलाक और राम मंदिर जैसे मुद्दों पर चर्चा करना शुरू की। अचानक उसने मुझ पर आरोप लगाने शुरू कर दिए और मंदिर निर्माण में देरी के लिए मुझे दोषी ठहराया। वह आक्रामक हो गई और मेरे साथ हाथापाई करने लगीं। मेरे सुरक्षाकर्मियों ने मुझे उससे दूर जाने में मदद की और फिर पुलिस को सूचित किया।” इसके बाद उन्होंने राम जन्मभूमि पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और वर्तिका सिंह को फैजाबाद के महिला थाने में ले जाया गया जहां उनसे इस घटना के बारे में पूछताछ की गई।