मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बुधवार को नीतिगत दरों में कमी के बाद रुपये में लगातार पांचवे दिन गिरावट देखी गयी। डॉलर के मूकाबले यह आठ पैसा टूटकर 70.89 पर बंद हुआ। हालांकि रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को भी सात प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत किया है। रुपये में लगातार पांचवे दिन गिरावट दर्ज की गयी है। इन पांच दिनों में डॉलर के मूकाबले रुपया 2.10 रुपये कमजोर हुआ है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के निर्णय की घोषणा के बाद दिन में कारोबार के दौरान स्थानीय मुद्रा में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मूकाबले रुपया 70.92 पर खुला। बाद में यह 70.62 के उच्चतम और 70.99 के निम्नतम स्तर तक भी गया। अंत में डॉल्र के मुकाबले रुपया 70.89 पर बंद हुआ। यह इसके पिछले दिन के बंद स्तर से आठ पैसे कमजोर है। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 70.81 पर बंद हुआ था। रिजर्व बैंक ने नीतिगत दर में 0.35 प्रतिशत की कटौती की है। रिजर्व बैंक ने वर्ष 2019 में लगातार चौथी बार नीतिगत ब्याज दर घटाई है। इस समय रेपो दर 5.40 प्रतिशत पर नौ वर्ष के सबसे निचले स्तर पर है। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के चलते निवेशक समुदाय पर दबाव रहा जिसका असर भारतीय मुद्रा पर पड़ा है। हालांकि कच्चे तेल की कीमतें नरम पड़ने से रुपये में यह गिरावट कुछ हद तक थमी है। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा भाव 0.49 प्रतिशत गिरकर 58.65 डॉलर प्रति बैरल रहा है। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को 2,107.93 करोड़ रुपये की निकासी की। वहीं 10 वर्ष की परिपक्वता वाले सरकारी बांड पर वित्तीय प्रतिफल (यील्ड) बुधवार को 6.37 प्रतिशत रहा।