नई दिल्ली । देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि में 8.48 प्रतिशत गिरकर 9.7 अरब डॉलर रह गया। विकसित बाजारों में सुस्ती से निर्यात पर असर पड़ा। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। वित्त वर्ष 2018-19 की इसी अवधि में 10.6 अरब डॉलर के रत्न और आभूषणों का निर्यात किया गया था। रत्न एवं आभूषण क्षेत्र, श्रम आधारित क्षेत्र है। इसकी देश के कुल निर्यात में करीब 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है। तराशे एवं पॉलिश हीरों, रंगीन रत्न और स्वर्ण आभूषणों के निर्यात में सुस्ती से देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात प्रभावित रहा। आंकड़ों के मुताबिक, तराशे एवं पॉलिश हीरों के निर्यात में 17.5 प्रतिशत की गिरावट रही। इसी प्रकार, रंगीन रत्नों के निर्यात में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। अप्रैल-जुलाई में सोने के आभूषणों का निर्यात 4.8 प्रतिशत गिरकर 4 अरब डॉलर रहा। हालांकि, सोने के सिक्कों और पदकों का निर्यात बढ़कर 30.9 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। भारत मुख्यत: अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन को रत्न एवं आभूषणों का निर्यात करता है। निर्यात में अकेले अमेरिका की हिस्सेदारी एक-चौथाई है। पिछले वित्त वर्ष में रत्न एवं आभूषण निर्यात 5.32 प्रतिशत गिरकर 30.96 अरब डॉलर रहा था।