नई दिल्ली,21 जुलाई । ऐसी संभावना है कि विद्यार्थी अब शीघ्र ही विभिन्न विश्वविद्यालयों या एक ही विश्वविद्यालय से एक साथ विभिन्न डिग्रियां हासिल कर पायेंगे क्योंकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) इस विचार की व्यावहारिकता का अध्ययन कर रहा है। यूजीसी ने एक ही विश्वविद्यालय या भिन्न भिन्न विश्विविद्यालयों से पत्राचार, ऑनलाइन या अंशकालिक तरीके से एक साथ दो डिग्रियों की पढ़ाई करने के मुद्दे का परीक्षण करने के लिए अपने अध्यक्ष भूषण पटवर्द्धन की अगुवाई में एक समिति बनायी है। हालांकि ऐसा नहीं है कि पहली बार आयोग इस मुद्दे का परीक्षण कर रहा है। यूजीसी ने 2012 में भी एक समिति बनायी थी और इस पर विचार विमर्श किया गया था। आखिरकार इस विचार को खारिज कर दिया गया था। आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले महीने यह समिति गठित की गयी और उसकी दो बैठकें हो भी चुकी हैं। अब विभिन्न पक्षों के साथ इस विचार की व्यावहारिकता पर गौर करने के लिए विचार विमर्श चल रहा है।’’ 2012 में हैदराबाद के तत्कालीन कुलपति फुरकान कमर की अगुवाई वाली समिति ने सिफारिश की थी कि नियमित तरीके के तहत डिग्री कार्यक्रम में दाखिला पाने वाले विद्यार्थी को उसी या अन्य विश्विद्यालय से मुक्त या दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अधिकतम एक अतिरिक्त डिग्री की पढ़ाई की इजाजत दी जा सकती है।