नई दिल्ली, 30 जुलाई (वेबवार्ता)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में सरकार ने सात नए रूट और जोड़ दिए हैं। ये सातों रूट दक्षिण और पश्चिम भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों से संबंधित हैं। साथ ही सरकार तीर्थ यात्रा पर जाने वाले बुर्जुगों व उनके अटेंडेंट के रहने की व्यवस्था भी एसी होटलों में करने जा रही है।
बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इस बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि इस यात्रा के तहत पहली ट्रेन अमृतसर और वैष्णो देवी गई थी, इसका अनुभव बहुत अच्छा रहा। यहां गए बुर्जुगों और अन्य लोगों से प्राप्त हुए सुझावों को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने इस योजना के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन किया। इस दौरान यात्रा के वर्तमान रूटों के बढ़ाने पर चर्चा हुई ताकि बुर्जुगों को देश के ज्यादा से ज्यादा तीर्थ स्थलों का भ्रमण कराया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस योजना में पांच रूट हैं लेकिन अब सात रूट और जोड़ दिए गए हैं। इसके अलावा वर्तमान अजमेर-पुष्कर रूट में हल्दी घाटी को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा किसी भी इलाके के विधायक के अलावा सरकार का कोई भी मंत्री और तीर्थ यात्रा विकास समिति के चेयरमैन भी यात्रा पर जाने वाले बुर्जुगों के निवास से संबंधित प्रमाण पत्र जारी कर सकते हैं।
ये हैं सात नये रूट
रूट संभावित यात्रा के दिन
- दिल्ली-रामेश्वर-मदुरै-दिल्ली आठ दिन
- दिल्ली-तिरुपति-दिल्ली सात दिन
- दिल्ली-द्वारिकाधीश-नागेश्वर-दिल्ली छह दिन
- दिल्ली-जगन्नाथ पुरी-कोणार्क-भुवनेश्वर-दिल्ली सात दिन
- दिल्ली-शिरडी-शनि शिंगलापुर- दिल्ली पांच दिन
- दिल्ली-उज्जैन-ओंकारेश्वर-दिल्ली छह दिन
- दिल्ली-बोधगया-सारनाथ असुनिश्चित