नई दिल्ली, 30 जुलाई । मानसून अपने साथ कई बीमारियां भी लाता है, इसमें एक समस्या आंखों की भी है। इसलिए मानसून में आखों की विशेष देखभाल जरूरी होती है। डॉक्टरों का कहना है कि आंखों के संक्रमण इस ही मौसम में पनपते हैं। सेंटर फॉर साइट कि एडिशनल डायरेक्टर डॉ. रितिका सचदेव का कहना है कि इस प्रदूषण भरे वातावरण व भागदौड़ की जिंदगी में लोगों द्वारा आंखों की देखभाल के प्रति लापरवाही बरती जाती है। बरसात में होने वाली सामान्य इंफेक्षन होते है जैसे कि कंजकटीवाइटिस, स्टाई, कॉर्नील अल्सर आदि। सचदेव ने बताया मानसून के दौरान, कंजकटीवाइटिस और स्टाई आखों की इंप्रेक्शन से लोग अधिक पीडि़त हो रहे है। कंजक्टिवाइटिस होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें। आखों को दिन में तीन से चार बार धोएं। घर के बाहर निकलने से पहले धूप का चश्मा लगाएं। आंखों का इंफेक्शन रोजाना के सामानों के इस्तेमाल से आसानी से फैलता है जैसे तौलिया, रुमाल, लैंसिस, चश्मा और अन्य सामान जो एक हाथ से दूसरे हाथ जाते हैं। बार-बार अपनी आखों को हाथ से न छुएं। आंखों को हमेशा साफ और ठंडे पानी से धोएं। डॉक्टरों के अनुसार रोग की प्रारंभिक व्यवस्था आरंभ होते ही तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ की राय लें। बिना डॉक्टरी सलाह लिए कोई दवा न लें। आंखों का तेज रोशनी से बचाव करें। इस रोग की चिकित्सा केवल दो बातों पर निर्भर करती है।