भोपाल, मध्य प्रदेश में अब तक 20,874 गौवंश लंपी चर्म रोग से प्रभावित
हो चुके हैं, जिनमें से 336 को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी
दी।
मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रदेश में 13 अक्टूबर तक 20,874 गौवंश
लंपी चर्म रोग से प्रभावित हो चुके हैं। इनमें से 18,351 पशु रोग मुक्त हो चुके हैं। वहीं, 336
पशुओं की मौत हो चुकी है।’’
अधिकारी के मुताबिक, राज्य सरकार की सतर्कता और प्रभावी उपायों से प्रदेश में लंपी रोग के प्रकोप
पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 31 जिले अगस्त-सितंबर में लंपी रोग की चपेट में
आ गए थे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा लगातार टीकाकरण पर जोर देने, पशुपालकों को जागरूक
बनाने और पशुपालन विभाग के चिकित्सकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के ग्रामीण इलाकों में भ्रमण
करने से इस रोग के प्रसार पर अंकुश लगा है।
अधिकारी के अनुसार, अब तक 17.21 लाख से अधिक पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जरूरत से ज्यादा टीके उपलब्ध हैं और सभी जिलों में समय रहते पर्याप्त
मात्रा में औषधियों की आपूर्ति कर दी गई थी।
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के जिन जिलों में यह रोग सबसे अधिक फैला है, उनमें रतलाम,
उज्जैन, नीमच, मंदसौर, खंडवा, बैतूल, हरदा और मुरैना शामिल हैं।