ब्रिटेन में संसद के बाहर एक आतंकी हमले में एक तेज रफ्तार कार व्यस्त समय के दौरान सुरक्षा अवरोधकों को टक्कर मारने से पहले पैदल यात्रियों और साइकिल सवारों के बीच घुस गई जिससे तीन लोग घायल हो गए। मध्य लंदन स्थित ब्रिटिश संसद भवन के पास पिछले साल मार्च के बाद से यह दूसरा आतंकी हमला है जिसकी जांच स्कॉटलैंड यार्ड की आतंकवाद रोधी कमान कर रही है। आतंकी हमले के संदेह में लगभग 28-29 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के सहायक आयुक्त एवं आतंक रोधी अभियानों के प्रमुख अधिकारी भारतीय मूल के नील बसु ने कहा कि पुलिस व्यक्ति की पहचान की कोशिश कर रही है, लेकिन वह पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहा है।
बसु ने कहा, ‘यदि हम कर सके तो हमारी प्राथमिकता संदिग्ध की औपचारिक रूप से पहचान स्थापित करने और घटना का कारण पता लगाने की है। फिलहाल वह सहयोग नहीं कर रहा है। इस घटना को लेकर इस समय लंदनवासियों या शेष ब्रिटेन को कोई और खतरा होने की खुफिया सूचना नहीं है। यह जानबूझकर किया गया हमला प्रतीत होता है, इसका तरीका और घटना की जगह, हम इसे आतंकी घटना मान रहे हैं।’
संदिग्ध को दक्षिणी लंदन थाने में रखा गया है। उसकी अभी औपचारिक रूप से पहचान नहीं हो पाई है। बीबीसी ने खबर दी कि व्यक्ति बर्मिंघम का रहने वाला है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि वाहन में कोई और नहीं था, जो घटनास्थल पर खड़ा है तथा इसकी तलाशी ली जा रही है। अभी कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने इस घटना को लेकर ठीक वैसी ही घेराबंदी की है जैसी कि आतंकी हमलों के दौरान की जाती है।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा, ‘स्थानीय समयानुसार आज सात बजकर 37 मिनट पर कार ने संसद भवन के बाहर सुरक्षा अवरोधकों को टक्कर मार दी।’ कार हाउस ऑफ लार्ड्स की तरफ जाने वाले रास्ते के अवरोधकों से टकराई जिससे ऐसा लगता है कि हो सकता है कि चालक संसद भवन तक पहुंचने की कोशिश कर रहा हो। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा, ”वेस्टमिंस्टर घटना में घायल हुए लोगों के प्रति मैं सहानुभूति प्रकट करती हूं और तत्काल साहसिक कार्रवाई करने वाली आपातकालीन सेवाओं को मेरा धन्यवाद।’
वहीं, हमले की निन्दा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टक्कर मारने वाले व्यक्ति को ‘पागल जानवर करार देते हुए कहा कि इस तरह के आतंकी हमलों को अंजाम देने वालों से ‘सख्ती और मजबूती से निपटा जाना चाहिए। ट्रंप ने ट्वीट किया, “लंदन में एक और आतंकी हमला…ये पागल पशु हैं और इनसे सख्ती और मजबूती से निपटा जाना चाहिए।”
लंदन में पार्लियामेंट स्क्वेयर के आसपास के क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है और जांच जारी है। घटना अति व्यस्त समय में हुई जिसका नतीजा यातायात बाधित होने के रूप में निकला क्योंकि वेस्टमिंस्टर ट्यूब स्टेशन और सड़कों को बंद कर दिया गया। मिलबैंक, पार्लियामेंट स्क्वेयर और विक्टोरिया टॉवर्स गार्डन्स की सड़कों की घेराबंदी कर दी गई है। घटनास्थल पर सशस्त्र पुलिसकर्मियों की भारी मौजूदगी देखी जा सकती है।
संसद भवन परिसर स्टील और कंकरीट के सुरक्षा अवरोधकों से घिरा है। ब्रिटिश संसद के नजदीक मार्च 2017 में हुए हमले और इसके बाद मई में मैनचेस्टर में एरियाना ग्रांडे में 23 लोगों की जान लेने वाले आत्मघाती हमले के बाद से ब्रिटेन हाई अलर्ट पर है। पिछले साल जून में आतंकी संगठन आई एस आई एस से प्रभावित तीन लोगों के समूह ने लंदन ब्रिज पर पैदल यात्रियों पर वाहन चढ़ा दिया था और फिर चाकू से हमला किया था जिसमें आठ लोग मारे गए थे। बाद में सशस्त्र अधिकारियों ने हमलावरों को गोली मार दी थी।