प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम हुए नाकाम साबित
बुलंदशहर। दिसंबर माह सन 2022 में बिजली विभाग और सरकार के बीच 7 सूत्रीय समझोता हुआ था । बिजली विभाग का आरोप है कि सरकार ने इसका सम्मान नही रखा इस कारण बिजली विभाग गुरुवार की रात 10 बजे से 72 घंटे की हड़ताल पर चला गया है और सूत्रों के हवाले से ये भी पता चला है कि अगर सरकार ने 72 घंटों में मांगें न मानी तो हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है उधर प्रशासन ने दूसरे विभाग के कर्मचारियों को बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया है लेकिन ये व्यवस्था नाकाफी साबित हुई है जिस कारण लगभग पूरा शहर अंधकार में समा गया है जिस कारण आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। घरों में इन्वर्टर बैटरी की चार्जिंग खत्म हो जाने के कारण सभी उपकरण ठप हो गए हैं पानी भरने की मोटर बिजली न होने के कारण चल नही पा रही है और घरों में पानी खत्म हो चुका है। अब देखना ये होगा कि शासन प्रशासन इस समस्या को कब तक खत्म कर पता है।
बिजली की आपूर्ति ठप हो जाने के कारण शहर भर में जनरेटर किराए पर उपलब्ध नहीं हैं। साथ ही ऊर्जा मंत्री के बयान पर बिजली कर्मचारी भड़के हुए हैं, बिजली कर्मचारियों ने चेतवानी दी है कि अगर सरकार की ओर से ज़ोर ज्यादती की जाती है तो हम जेल भरेंगे और 72 घंटों की हड़ताल बेमियादी हो जायेगी। बिजली कर्मचारियों का कहना है कि दिसंबर 2022 को 7 सूत्रीय मांगों को लेकर हुए समझौते का सरकार ने सम्मान नही रखा है और ऊर्जा मंत्री ने हड़ताल पर गए कर्मचारियों पर एस्मा लगाने की धमकी दी है।
उधर बेमौसम बारिश ने आग में घी डालने का काम किया है । बारिश के कारण रही सही बिजली व्यवस्था और चरमरा गई है।