नई दिल्ली । केंद्र ने नई मोदी सरकार के शुरुआती 100 दिनों में पूर्वोत्तर में 3000 करोड़ रुपए की 200 परियोजनाएं आरंभ करने का फैसला किया है। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डीओएनईआर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि शेष भारत को पूर्वोत्तर के निकट लाने की लक्षित सोच को ध्यान में रखकर डीओएनईआर के लिए एक कार्य योजना बनाई गई है। सिंह ने कहा कि 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत मंत्रालय को करीब 3000 करोड़ रुपए की लागत से 200 परियोजनाओं को मंजूरी देनी या उन्हें शुरू करना या पूरा करना या उनका क्रियान्वयन करना है। इसका अर्थ यह हुआ कि 30 करोड़ रू प्रति दिन की लागत से औसतन दो परियोजनाएं शुरू करनी हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के ‘‘अब तक नजरअंदाज’’ रहे इलाकों को हमेशा शीर्ष प्राथमिकता दी है और पूर्वोत्तर क्षेत्र इनमें शामिल है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में मोदी ने पूर्वोत्तर की 30 से अधिक यात्राएं की और उनके व्यक्तिगत रूप से वहां जाने से विकास गतिविधियों में तेजी आई। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में प्राथमिकता केवल पूर्वोत्तर को शेष भारत के निकट लाने की ही नहीं थी, बल्कि उनकी वास्तविक प्राथमिकता शेष भारत को पूर्वोत्तर के निकट लाने की थी। उन्होंने कहा कि एक लक्षित एवं व्यवस्थित दृष्टिकोण के साथ मोदी की यही प्राथमिकता दूसरे कार्यकाल में भी है।