इस्लामाबाद, 31 जुलाई। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारत के साथ झड़पों के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक पनबिजली परियोजना पर काम कर रहे 50 से अधिक चीनी नागरिकों से उन्होंने स्थान खाली कराया है। डॉन अखबार ने स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अख्तर अयूब के हवाले से बताया कि अधिकारियों को नीलम और झेलम नदियों के संगम पर पाकिस्तान के कब्जे वाले (पीओके) में बनाए जा रहे बांध पर काम कर रहे चीनी लोगों को मंगलवार देर रात उस समय हटाना पड़ा जब गोलीबारी शुरू हो गई। स्थानीय अधिकारी राजा शाहिद महमूद ने बताया कि भारतीय सुरक्षाबलों ने पिछले 24 घंटे में अंधाधुंध गोलीबारी की जिसके बाद कर्मचारियों से स्थान खाली कराने का फैसला किया गया। गोलीबारी में एक महिला और एक बच्चे समेत तीन लोग मारे गए हैं तथा 31 अन्य घायल हुए हैं। इस बीच, पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को चेतावनी दी कि वह भारतीय बलों द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर किए जा रहे कथित संघर्षविराम उल्लंघन का जवाब देगी और आम नागरिकों की जिंदगियां बचाने के लिए कदम उठाएगी। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, ‘‘भारत की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाएं जम्मू कश्मीर में नाकाम होने के कारण उसकी हताशा को दिखाती हैं।’’ पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के उप उच्चायुक्त को तलब किया और नियंत्रण रेखा पर भारतीय बलों द्वारा कथित तौर पर बिना उकसावे के किए जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन की निंदा की। विदेश कार्यालय ने एक बयान में बताया कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) एवं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया और ‘‘नियंत्रण रेखा पर भारतीय बलों द्वारा बिना उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन किए जाने की निंदा की।’’