भुवनेश्वर । ओडिशा के महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के तालचर कोलफील्ड्स में कोयला उत्पादन एवं आपूर्ति स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण रविवार को लगातार 12वें दिन बाधित रही। एमसीएल की भरतपुर खदान में 23 जुलाई को एक दुर्घटना में चार मजदूरों की मौत और नौ अन्य घायल हो गये थे। इसके बाद से राजनीतिक दल तथा स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 24 जुलाई से परिचालन बाधित होने के कारण अब तक 213.60 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। उसने कहा कि उत्पादन बाधित होने से बिजली संयंत्रों को आपूर्ति रुकी हुई है जिससे 3,3390.4 लाख यूनिट का नुकसान हुआ है। प्रवक्ता ने कहा कि इससे जिला खनिज कोष तथा कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष को 1,045 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उसने कहा कि कंपनी प्रति टन कोयला उत्पादन पर कोष में 42.63 रुपये का योदगान देती है। उसने कहा कि इससे करीब 40 हजार उन परिवारों पर भी प्रभाव पड़ा है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर एमसीएल पर निर्भर हैं। इस बीच तालचर ट्रक मालिक संघ ने अंगुल जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की है और तालचर कोयला क्षेत्र में स्थिति सामान्य करने का आग्रह किया है। कोयला खदान में काम बंद होने से अब तक केन्द्र और राज्य सरकार को 138.26 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो चुका है।