नयी दिल्ली । रोजमर्रा के इस्तेमाल वाला सामान बनाने वाली गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्टस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विवेक गंभीर को पिछले साल 20.09 करोड़ रुपये का वेतन मिला। इस लिहाज से वह एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन पाने वाले कार्यकारी रहे। हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के संजीव मेहता को 18.88 करोड़ रुपये बतौर वेतन मिला। वह इस सूची में दूसरे स्थान पर रहे। तेल, साबुन, क्रीम, पाउडर जैसे रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान बनाने वाली नेस्ले इंडिया, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल), डाबर, मेरिको और इमामी देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनियां हैं। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन 11.09 करोड़ रुपये के वेतन के साथ इस सूची में तीसरे स्थान पर रहे। नेस्ले इंडिया जनवरी से दिसंबर वित्त वर्ष का पालन करता है। डाबर इंडिया के पूर्णकालिक निदेशक पी डी नारंग 10.77 करोड़ रुपये के वेतन के साथ चौथे स्थान पर रहे। उनका वेतन कंपनी के पूर्व सीईओ सुनील दुग्गल से थोड़ा ही ज्यादा रहा जो वित्त वर्ष 2018-19 के आखिर में सेवानिवृत्त हुए। दुग्गल को 10.74 करोड़ रुपये का वेतन मिला। मेरिको लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ सौगत गुप्ता को वित्त वर्ष 2018-19 में 9.21 करोड़ रुपये का वेतन मिला। वह इस सूची में छठें स्थान पर रहे। जीएसपीएल की कार्यकारी चेयरमैन निसाबा गोदरेज को 6.87 करोड़ रुपये का मेहनताना मिला। कोलकाता के इमामी लिमिटेड कार्यकारी चेयरमैन आर एस अग्रवाल और पूर्णकालिक निदेशक आर एस गोयनका को पिछले साल 6.54- 6.54 करोड़ रुपये का वेतन मिला।