मेरठ। पहले बरसात और फिर कोहरे की चादर ने सर्दी को गलन की हद तक पहुंचा दिया है। हड्डी तक कंपाने वाली सर्दी के बीच सूरज के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं, जिसके चलते सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। जनवरी के दूसरे सप्ताह से सर्दी अपने चरम पर पहुंच गई है। पहले कई दिन बरसात के नाम रहे, जिससे मौसम ने ठंड के प्रकोप को बढ़ा दिया। इसके दूसरे दिन से जारी कोहरे की चादर ने पूरे वातावरण को अपने आगोश में ले लिया, और कई दिन से सूरज के दर्शन दिन भर नहीं हो सके। सूरज की किरणें धरती न पहुंचने के कारण ठंड इस शिद्दत तक बढ़ गई है कि कई जगह लोग दिन भर अलाव जलाकर तापते हुए नजर आते हैं। इस बीच छोटे बच्चे भीषण सर्दी को बर्दाश्त न कर पाने के कारण बीमार पड़ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सामान्य तौर पर हाथ पैर ठंड की जद में आने के कारण छोटे बच्चे निमोनिया तक की चपेट में आ रहे हैं। चिकित्सकों ने ऐसे मौसम में खास तौर पर बच्चों के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी है।