लॉस एंजेल्स, अमेरिका में हवाई से नेशनल कोस्ट गार्ड सैनिक तुलसी गाबार्ड अपनी ड्यूटी को लेकर कितनी समर्पित हैं, यह उन्होंने एक बार फिर दर्शा दिया है. अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उक्त पद के संभावित उम्मीदवारों में एक मात्र हिन्दू उम्मीदवार तुलसी गाबार्ड ने सोमवार को अपने नेशनल कोस्ट गार्ड दल के साथ दो सप्ताह के लिए इंडोनेशिया जाने की घोषणा की. इससे उनके चुनाव प्रचार में संलग्न सैकड़ों वालंटियर हतप्रभ हैं. तुलसी के इस फैसले पर मीडिया ने भी सवाल उठाए हैं. जिसके बाद बाद तुसली गाबार्ड के जवाब को सुनकर सभी अवाक हैं.
तुलसी ने कहा कि इंडोनेशिया में अमेरिका और इंडोनेशियाई कोस्ट गार्ड का आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय आपदा पर संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास है. इस कार्यक्रम की जानकारी उन्हें पहले से थी और उन्होंने अपने साथियों के साथ इस महत्वपूर्ण संयुक्त अभ्यास में जाने के लिए पहले से स्वीकृति दे रखी थी. फिर वह इस कार्यक्रम की कैसे अनदेखी कर सकती हैं. ड्यूटी तो ड्यूटी है और अपने देश तथा देशवासियों की सेवा करने से वह कैसे पीछे हट सकती हैं.
उल्लेखनीय है कि तुलसी गाबार्ड एक डेमोक्रेट हैं और राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव मैदान में 20 संभावित उम्मीदवारों में से एक हैं. वहीं एक सैनिक के रूप में अमेरिकी मिलिट्री में अनुभव ही तो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है. अमेरिकी मतदाता भी उन्हें उनके इसी जज्बा के लिए सिर आंखों बैठाते हैं. तुलसी मिडल ईस्ट में अमेरिकी कोस्ट गार्ड के रूप में एक सैनिक का दायित्व निभा चुकी हैं. उन्होंने एक डिबेट में कहा था कि वह राष्ट्रपति बनती हैं तो पहले साल में ही अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को स्वदेश बुला लेंगी. तुलसी के इस कथन का अमेरिका में बड़ा स्वागत हुआ था.