कैनरा बैंक का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में एकल शुद्ध लाभ 17.08 प्रतिशत बढ़कर 329.07 करोड़ रुपये हो गया। फंसे कर्ज में कमी से मुनाफे में तेजी रही। बैंक ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक साल पहली की इसी अवधि में बैंक का शुद्ध लाभ 281.49 करोड़ रुपये रहा था। कैनरा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि 2019-20 की पहली तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 14,062.39 करोड़ रुपये हो गई, जो कि एक साल पहले की इसी अवधि में 13,192.46 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान ब्याज से आय 11,359.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 2019-20 की पहली तिमाही में 12,200.52 करोड़ रुपये हो गई। बैंक की अन्य स्त्रोतों से आय भी सुधरकर 1,861.87 करोड़ रुपये रही, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 1,832.91 करोड़ रुपये थी। तिमाही के दौरान, बैंक का परिचालन मुनाफा 2,440.01 करोड़ रुपये रहा। बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 2019-20 की पहली तिमाही में गिरकर 8.77 प्रतिशत रही, जो कि एक साल पहले की इसी तिमाही में 11.05 प्रतिशत पर थी। इस दौरान, शुद्ध एनपीए भी 6.91 प्रतिशत से कम होकर 5.35 प्रतिशत पर आ गया। मूल्य के आधार पर, सकल एनपीए जून 2019 के अंत में 39,399.02 करोड़ रुपये रह गया, जो कि 30 जून 2018 को 44,659.56 करोड़ रुपये था। शुद्ध एनपीए 26,693.50 करोड़ रुपये से 23,149.62 करोड़ रुपये पर आ गया। फंसे कर्ज के लिए प्रावधान चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गिरकर 2,282.70 करोड़ रुपये रहा, जो कि 2018-19 की इसी तिमाही में 2,466.20 करोड़ रुपये थी।