नई दिल्ली, 27 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कारगिल विजय दिवस समारोह के लिए आज इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। करगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध सरकारें नहीं लड़तीं, बल्कि पूरा देश लड़ता है। सरकारें आती-जाती हैं, लेकिन सैनिक अजर-अमर होते हैं। कारगिल में विजय भारत के वीर बेटे, बेटियों के अदम्य साहस की जीत थी। कारगिल में विजय भारत के सामर्थ्य और संयम की जीत थी। कारगिल में विजय भारत के संकल्पों की जीत थी। कारगिल में विजय भारत के मर्यादा और अनुशासन की जीत थी।
मोदी ने कहा, 20 साल पहले कारगिल में जो विजय गाथा लिखी गयी उससे हमारी आने वाली पीढ़ी हमेशा प्रेरित होती रहेगी। कारगिल में विजय भारत के वीर बेटे-बेटियों के अदम्य साहस की विजय थी। उन्होंने कहा, 2014 में मेरे शपथ लेने के कुछ ही दिनों के बाद मुझे कारगिल जाने का अवसर मिला था। हालांकि 20 साल पहले भी मुझे वहां जाने का मौका मिला था। उस समय युद्ध चरम पर था। एक साधारण नागरिक होने के नाते मैं वहां की मिट्टी को नमन किया था।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर करारा हमला किया और कहा, पाकिस्तान ने शुरू से ही कश्मीर को लेकर छल किया। 1965, 1971 और 1999 में छल किया, लेकिन 1999 में पाकिस्तान का छल, छलनी हो गया। पाकिस्तान को इस करारे जवाब की उम्मीद नहीं थी। मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को इस अवसर पर याद करते हुए कहा, अटल जी ने पाकिस्तान को सबक सिखाया। पीएम मोदी ने सेना की आधुनिकीकरण की बात करते हुए कहा, आज युद्ध का स्वरूप बदल गया है। लड़ाइयां अब साइबर वर्ल्ड में भी लड़ी जाती हैं. इसलिए सेना को आधुनिक बनाना हमारी जरूरत है।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हमारी सरकार सबकुछ करने के लिए तैयार है। राष्ट्र की रक्षा सर्वप्रथम है। जहां राष्ट्र की रक्षा की बात होगी, वहां न किसी के दबाव में काम होगा, न किसी के प्रभाव में काम होगा और न ही किसी अभाव में काम होगा। पीएम मोदी ने इस मौके पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की बात कही। उन्होंने कहा, अगर आतंकवाद को खत्म करना है तो फिर पूरे विश्व को एकजुट होना पड़ेगा।
इस मौके पर कारगिल के शहीदों की वीरगाथा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाया गया। समारोह में सेना के जवानों ने भी शानदार प्रस्तुति दी। स्टेडियम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं। कारगिल विजय दिवस समारोह के दौरान जब एक शहीद की पत्नी को सम्मानित करने के लिए स्टेज पर लाया गया तो उनकी कहानी सुनकर पीएम मोदी और सेना प्रमुख बिपिन रावत भावुक हो गए।