नई दिल्ली, 02 अगस्त। उन्नाव मामले पर लगातार दूसरे दिन सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता के चाचा को तिहाड़ जेल शिफ्ट करने के आदेश जारी किए और रेप पीड़िता का लखनऊ के अस्पताल से ही इलाज जारी रखने की बात कही। उसे दिल्ली शिफ्ट नहीं किया जाएगा।
पीड़िता की मां ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह अपनी बेटी का उपचार लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में ही जारी रखना चाहती हैं। वह उसे उपचार के लिए दिल्ली शिफ्ट नहीं करना चाहती। बता दें कि गुरुवार को अदालत ने कहा था कि अगर पीड़िता का परिवार चाहे तो उनका इलाज दिल्ली में किया जा सकता है।
उन्नाव कोर्ट ने पीड़िता के चाचा को हत्या के प्रयास मामले में 10 साल की सजा सुनाई है। इस सजा को पीड़िता के चाचा ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है जिसकी सुनवाई 6 अगस्त को होगी। उन्नाव रेप पीड़िता के साथ एक्सीडेंट पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करते हुए बीते दिन इससे जुड़े सभी मामलों को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने कहा कि इस मामले पर दिन-प्रतिदिन सुनवाई हो और 45 दिन में ट्रॉयल पूरा किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने हादसे मामले पर जांच के लिए सीबीआई को सात दिन में पूरी करने का आदेश दिया।
गौरतलब है कि रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है।