लखनऊ, 30 जुलाई । समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुये हादसे की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) से किये जाने की मांग की है।
श्री यादव ने मंगलवार को यहां किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्याल में उन्नाव बलात्कार पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने रायबरेली में हुये सड़क हादसे की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नेतृत्व वाली एसआईटी से कराने की मांग की है।
सपा अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों से कहा, “मैंने डॉक्टरों से बात की है और उन्होंने सर्वोत्तम इलाज का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा हम इस घटना की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एसआईटी द्वारा इस पूरे मामले में जांच की मांग करते हैं। राज्य सरकार पीड़ितों की उस तरह से मदद नहीं कर रही है। पुलिस द्वारा शिथिलता बरती गई थी। राज्य सरकार घटना के लिए सीधे जिम्मेदार है। ”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और पुलिस के बीच एक सांठगांठ है। उन्होंने कहा कि पीड़िता को न्याय नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से हैं। पुलिस वही बोल रही है जो भी सरकार बोल रही है।
श्री यादव ने घोषणा की कि सपा मुआवजे के रूप में पीड़ित के परिवार को दस लाख रुपये की धनराशि देगी।
उन्होंने पूछा कि तथ्यों को सामने लाने के लिए पीड़ित परिवार को राज्य के नव नियुक्त राज्यपाल से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग की उप सचिव ज्योति सिंघल के नेतृत्व में एक टीम ने अस्पताल में बलात्कार पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और दुर्घटना के बारे में पूछताछ की।
दिल्ली महिला आयोग(डीसीडब्लू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने भी परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पीड़ित की हालत गंभीर है और सरकार को हर घंटे स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करना चाहिए। पीड़िता को दिल्ली के कुछ बड़े अस्पताल में बेहतर इलाज की जरूरत है। उसके इलाज का खर्च उठाने के लिए डीसीडब्ल्यू तैयार है। बेहतर उपचार के लिये योगी आदित्यनाथ को पीड़ित को दिल्ली ले जाने की व्यवस्था करती चाहिये।
गौरतलब है कि रायबरेली में रविवार को तेज रफ्तार ट्रक पीड़िता की कार से टकरा गया था। कार में उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता, उसका वकील, चाची और चाची की बहिन थी। इस हादसे में उसकी चाची और चाची की बहिन की मृत्यु हो गई थी जबकि बलात्कार पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गये थे।
पीड़िता ने पिछले साल उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य के खिलाफ सामूहित बलात्कार आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी। पीड़िता के पिता की पिछले साल पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।